बिलासपुर। सीपत सर्किल में एक नशेड़ी युवक ने बंदर को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके कमर व हाथ टूट गए। शरीर के कई हिस्सों में चोटें आई है। सूचन...
बिलासपुर। सीपत सर्किल में एक नशेड़ी युवक ने बंदर को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके कमर व हाथ टूट गए। शरीर के कई हिस्सों में चोटें आई है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने घायल बंदर को उपचार के लिए कानन पेंडारी जू भेजा। वहीं सोमवार को युवक को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। 29 अक्टूबर को बंदरों का झुंड नवागांव में मनोज यादव की सब्जी बाड़ी में घुस गया। जिसे देखकर मनोज और उसके परिवार के लोगों ने बंदरों को भगाने की कोशिश करने लगे। पत्थर मारने पर एक बंदर घायल होकर जमीन पर गिर गया। घायल बंदर को देखकर गांव के ही रहने वाला सनत विश्वकर्मा शराब के नशे पर मौके पर पहुंचा और खूंटे से मारना शुरू कर दिया। युवक ने इतना पीटा कि बंदर के कमर व हाथ टूट गए। सोमवार को सीपत सर्किल प्रभारी अजय बेन को सूचना मिली कि वह घर पर है। इस पर घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित युवक के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। बाक्सरेस्क्यू सेंटर में चल रहा इलाज घायल बंदर को कानन पेंडारी जू के रेस्क्यू सेंटर के अस्पताल में रखा गया है। उसका इलाज वन्य प्राणी चिकित्सक डा. पीके चंदन कर रहे हैं। डा. चंदन ने बताया कि बंदर को बड़ी बेरहमी से मारा गया है। कमर व एक हाथ टूट गए हैं। जू लाते ही उपचार किया गया। अब पहले से बेहतर है। लेकिन, जख्म गहरा होने के कारण बंदर दर्द से परेशान है। इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित होने लगा। घटना की जानकारी मिलने पर दूसरे दिन 30 अक्टूबर को वन विभाग मौके पर पहुंचकर घायल बंदर को इलाज के लिए कानन पेंडारी जू के रेस्क्यू सेंटर भेजा। वीडियो के आधार पर आरोपित युवक की पहचान की गई और वन अमला गांव स्थित उसके घर पहुंचा। लेकिन, वह फरार हो चुका था।
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