सिकलसेल एवं थैलेसीमिया रोग हमारे छत्तीसगढ़ में बढ़ता ही जा रहा , मरीजों की संख्या हजारों में होती जा रही है दिनोदिन रक्त की उपब्धता मुश्कि...
सिकलसेल एवं थैलेसीमिया रोग हमारे छत्तीसगढ़ में बढ़ता ही जा रहा , मरीजों की संख्या हजारों में होती जा रही है दिनोदिन रक्त की उपब्धता मुश्किल होती जा रही है इस परेशानी से सुदूर ग्रामीण इलाकों के बच्चो में यह समस्या बढ़ती ही जा रही इसे देखते हुए। 3 नवंबर रविवार को सुकमा में कैंप का आयोजन जागरूकता के लिए सेवा का बीड़ा उठाने , बच्चो की मदद करने का कार्य जसराज जैन रक्त क्रांति सेवा संस्थान सुकमा एवं समर्पित सेवा संस्था ने ओसवाल भवन में निःशुल्क कैंप का आयोजन कोई अपना सा हो KASH Foundation रायपुर की संस्था की सहायता से किया जो कि15 सालों से सिकल सेल और थैलेसीमिया लिए निःशुल्क कार्य कर रही है
तीनों संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में बच्चो के लिए सुकमा में जागरूकता एवं परामर्श कैंप का आयोजन किया इसमें बंगलोर नारायणा के डा सुनील भट जी ने 124 बच्चो का परीक्षण कर उन्हें निःशुल्क परामर्श दिया एवं (DKMS लैब जर्मनी द्वारा निःशुल्क)84 लोगो का HLA test भी किया ,पीड़ित बच्चे के भाई बहन यदि मैचिंग हो जाते है तो आगे चलकर बोन मैरो ट्रांसप्लांट करा कर बच्चा पूरी तरह ठीक हो सकता है खून चढ़ना हमेशा के लिए बंद हो जाता है।
काजल सचदेव , सुरेश सचदेव संस्थापक काश फाउंडेशन ने बताया कि इस कैंप का मुख्य उद्देश्य गांव गांव जाकर जागरूकता फैलाना है इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए शादी से पहले लड़के और लड़की का HPLC test कराना अति आवश्यक है नहीं तो सिकल और थैलेसीमिया बच्चे पैदा होते ही जाएंगे, यदि एक बच्चा पहले से खून चढ़ा रहा तो दूसरे बच्चे में भी इस बीमारी के आने की संभावना रहती है इसलिए गर्भ में ही 12वे हफ्ते में cvs test कराना जरूरी है।
कैंप में सभी आए मुख्य अतिथियों श्री मनोज देव , श्रृंगदेव सिंह मनमोहन मोहन ठाकुर डॉ जगदीश झिरे महेश कुंजाम, जसराज जैन, मनीषा शर्मा,राजेश नाग, विवेक श्रीवास, अमृत नाग रत्ना मानिकपुरी श्रीचंद लखवानी साथ साथ रत्न मानिकपुरी जी ने ऐसे बच्चो के जन्म पर रोक लगाने की प्रतिज्ञा ली ।
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