रायपुर। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना में भाजपा की सरकार आने के बाद रफ़्तार बढ़ने से छत्तीसगढ़ कई बडे राज्यों को पछाड़...
रायपुर। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना में भाजपा की सरकार आने के बाद रफ़्तार बढ़ने से छत्तीसगढ़ कई बडे राज्यों को पछाड़ दिया है। इनमें मध्य प्रदेश सहित आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड,केरल, राजस्थान और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य पीछे हो गए हैं। वर्तमान में 28 राज्यों और छह केंद्र शासित प्रदेशों में हर घर नल से जल पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ में भूपेश की सरकार के दौरान दिसंबर 2022 में छत्तीसगढ़ 33वें पायदान पर था। प्रदेश में भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार गठित होते ही इस योजना में तेजी लाई गई और अभी प्रदेश कई बड़े राज्यों की तुलना में 25वें नंबर पर आ गया है। प्रदेश के 78.19 प्रतिशत घरों में नल से जल कनेक्शन लग चुका है। प्रदेश में 50 लाख 539 घरों में नल से जल देने के लिए कनेक्शन दिया जाना है। अभी तक 39 लाख 10 हजार 84 घरों तक कनेक्शन पहुंच गया है। प्रतिदिन पांच से छह हजार नल से जल देने के लिए कनेक्शन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। गांव में पेयजल के लिए टंकियां बनाई जा रही है यहां पाइपलाइन से पेयजल देने को कनेक्शन दिए जो रहे हैं। प्रदेश में पिछले पांच साल तक जल जीवन मिशन के कामकाज में बहुत धीमापन रहा है। मिशन के तहत काम में लापरवाही करने वाले 1,084 ठेकेदारों को नोटिस जारी किया गया, 122 अनुबंध निरस्त किए। 110 अमानक स्तर की टंकियों को तोड़ा गया। 634 नल के चबूतरे टूटे और 9,234 अमानक पाइप को बदला गया है। गड़बड़ी करने वालों पर लगातार कार्रवाई जारी है।
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