रायपुर। राज्य में सत्ता से बेदखल होने के बाद कई नेताओं ने कांग्रेस से किनारा कर भाजपा का दामन थाम लिया है। इस बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव सा...
रायपुर। राज्य में सत्ता से बेदखल होने के बाद कई नेताओं ने कांग्रेस से किनारा कर भाजपा का दामन थाम लिया है। इस बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में बिखराव है, डूबती नैया है। इनकी नाव में छेद हो रहा, पानी भर रहा है। लोग कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं। इतना बिखराव है कि पूर्व सीएम (भूपेश बघेल) के सामने कार्यकर्ताओं की नाराजगी देखी जा रही है। इतना पीड़ित हैं कि उनके सामने बोलना पड़ रहा कि पांच साल में आपने कार्यकर्ताओं को पूछा नहीं। मुख्यमंत्री साय ने यह बात बुधवार को बस्तर संभाग के दौरे के लिए रवाना होने से पहले पुलिस परेड ग्राउंड में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी माई का आशीर्वाद लेकर चुनावी आगाज किया। सीएम के सामने ही बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने भाजपा में प्रवेश किया। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कांग्रेसी नेताओं के भाजपा में शामिल होने को लेकर कहा कि भाजपा के पास मुद्दे नहीं है। भाजपा, कांग्रेस के जनपद सदस्य, अध्यक्ष, महापौर सब पर दबाव बना रही है कि कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में आए। महंत ने कहा कि मैं मानता हूं कि भाजपा को डर है, जो सुबह से शाम तक यहां चिल्ला रहे थे कि हम 11 सीट जीतेंगे उनको 11 सीट नहीं मिलेगी। जो पूरे देश में हल्ला कर रहे हैं, 400 सीट 400 सीट वह भी केवल एक सपना मात्र है, जो कभी पूरा नहीं होगा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिस महादेव ऑनलाइन सट्टा मामले में 2022 से कार्रवाई कर रहे हैं, 72 एफआईआर दर्ज हुई है और 400 लोग गिरफ्तार हुए हैं, उसी मामले में उन्हें षड्यंत्र के तहत फंसाया जा रहा है। उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। जबरदस्ती उनका नाम जोड़कर उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है। यह पूरी तरह से डराने और धमकाने की ही कोशिश है। अब यह बात जगजाहिर हो चुकी है, लेकिन हमारे नेता ने बड़े ही हिम्मत से काम लिया। उन्होंने कहा कि न तो मैं कोर्ट जाऊंगा, न ही जमानत लूंगा, मैं अपनी लड़ाई लड़ूंगा। उनकी लड़ाई में हम सब उनके साथ है। उन्होंने आरो लगाया कि मैं खुलकर नाम लेकर बता रहा हूं, पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर लगातार भाजपा दबाव बना रही है। उन पर भाजपा में शामिल होने का दबाव बनाया जा रहा है, नहीं तो झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी जा रही है। पूर्व संगठन महामंत्री अरुण सिसोदिया को भी डराया गया। उनका कांग्रेस के ही नेताओं को लेकर चिट्ठी और बयान उसी का हिस्सा है। बतादें कि सिसोदिया ने दो दिन पहले ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा व कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने पार्टी फंड के 5.89 करोड़ रुपये का गबन किया है। नेता प्रतिपक्ष के बयान पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यक़ीन नहीं। नेता प्रतिपक्ष को अपना आत्म विश्लेषण करना चाहिए। उन्हें ज्ञात भी नहीं है है कि खराब व्यवस्था व परिवारवादी वाली कांग्रेस पार्टी से लोग निकलना चाहते हैं। उनको अहसास भी नहीं होगा कि कितने बड़े कांग्रेसी, भाजपा में आना चाहते हैं। कांग्रेस एक डूबती नाव है, जिससे कूदकर भागने के लिए सब विवश है। मोदी की लहर नहीं सुनामी है, जिसमें कांग्रेस पूरी तरह से डूब चुकी है। लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को लगातार कई बड़े झटके लग रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान ही सामरी कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने उन्हें सरगुजा लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। इसके अलावा अकलतरा से पूर्व कांग्रेस विधायक चुन्नीलाल साहू, अंतागढ़ के पूर्व कांग्रेस विधायक मंतूराम राम पवार, बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक केशव चंद्रा, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) (जकांछ) पार्टी के पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा, पूर्व विधायक विधान मिश्रा भाजपा में शामिल हो चुके हैं। भिलाई में दो दिन पहले 150 कांग्रेसियों ने भाजपा का हाथ थामा है। राजिम से 1600 कांग्रेस कार्यकर्ता और कोरबा से 1200 से ज्यादा कांग्रेसियों ने भाजपा की सदस्यता ली थी।
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