बिलासपुर। गर्मी का मौसम आते ही बिलासपुर की लस्सी याद आने लगती है। सेहत के लिए लाभदायक और स्वाद लाजवाब। बचपन से लेकर पचपन तक उम्र के सभी की...
बिलासपुर। गर्मी का मौसम आते ही बिलासपुर की लस्सी याद आने लगती है। सेहत के लिए लाभदायक और स्वाद लाजवाब। बचपन से लेकर पचपन तक उम्र के सभी की पसंद मीठी लस्सी। जो शरीर के साथ दिमाग को भी कूल रखता है। सूर्य का तेज बढ़ने के साथ ही प्रमुख चौक-चौराहों और दुकानों में लस्सी की ग्लास हर किसी को आकर्षित करता है। बिलासपुर में हर साल बड़े पैमाने पर लोग लस्सी पीते हैं। गर्मी में ठंडी लस्सी मन और शरीर को ठंजा रखने में बखूबी भूमिका निभाती है। बिलासपुर में श्रीकांत वर्मा मार्ग स्थित मौसाजी स्वीट्स, सिम्स के पास स्थित संतोष भुवन, तेलीपारा में जैन लस्सी, पुराना बस स्टैंड में रायल स्वीट्स की ड्रायफ्रूटस लस्सी, कंपनी गार्डन के पास रतन लस्सी सबसे प्रसिद्ध है। जहां शहरवासी शुद्ध और स्वादिष्ट लस्सी के लिए कई किलोमीटर दूर तक दौड़े-दौड़े चले आते हैं। अपोलो हास्पिटल की डायटीशियन तनु परवीन कहती हैं कि लस्सी पीने में जितनी स्वादिष्ट होती है, उतनी ही शरीर के लिए लाभदायक भी होती है। लस्सी का सेवन त्वचा के लिए, बालों के लिए, एसिडिटी में, कब्ज दूर करने, वजन कम करने और हड्डियां मजबूत करने आदि में फायदेमंद होती है। ताजी दही से बनी लस्सी शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व देती है। दही में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और प्रोटीन पाई जाती है। यही वजह है कि गर्मी में पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिनमें लस्सी एक अच्छा विकल्प होता है। अच्छी बात यह है कि कुछ रेस्टोरेंट में अब शुगर फ्री लस्सी भी बनने लगी है। मौसाजी स्वीट्स और संतोष भुवन की लस्सी को लेकर कहा जाता है कि मिष्ठान के व्यवसाय में यह तीसरी पीढ़ी है। सौ वर्ष से भी अधिक समय पहले पूर्वजों ने व्यवसाय शुरू किया था, जो आज बिलासपुर की पहचान बन गई है।
No comments