दंतेवाड़ा। विधानसभा चुनाव के दौरान दंतेवाड़ा सहित बस्तर में कुल 24 भाजपा नेताओं को दी गई सुरक्षा 31 दिसंबर से वापस ले ली गई है। भाजपा नेता...
दंतेवाड़ा। विधानसभा चुनाव के दौरान दंतेवाड़ा सहित बस्तर में कुल 24 भाजपा नेताओं को दी गई सुरक्षा 31 दिसंबर से वापस ले ली गई है। भाजपा नेताओं को ये सुरक्षा केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की गई थी। नेताओं की सुरक्षा में सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया था। बस्तर के अलग-अलग विधानसभा के कुल 24 नेताओं को नक्सलियों से खतरे को देखते हुए सुरक्षा प्रदान की गई थी। केंद्र सरकार ने नेताओ को 'X' श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई थी। चुनाव प्रचार के लिए इन नेताओं के साथ दो सशस्त्र जवान तैनात रहेंगे। हालांकि यह सुविधा उन्हें सिर्फ 31 दिसंबर 2023 तक ही मिली थी। सुरक्षा पाने वालों में दंतेवाड़ा के सबसे ज्यादा 10 नेता शामिल थे। इनमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कमला विनय नाग, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीष सुराना, भाजपा के जिला महामंत्री संतोष गुप्ता और धीरेंद्र प्रताप सिंह, सत्यजीत चौहान, सोमडु, कुलदीप ठाकुर, समेत अन्य नेता हैं। इसमें कुछ ब्लाक स्तर के भी नेता हैं, जिन्हें सुरक्षा प्रदान की गई थी। इसके अलावा बीजापुर के 9 नेताओं को भी सुरक्षा मिली थी। इनमें भाजपा के जिला उपाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, कमलेश मंडावी, लव कुमार रायडू, छत्तीसगढ़ युवा मोर्चा के सदस्य फूलचंद गागड़ा समेत अन्य नेता शामिल हैं। कई नेताओं का अंदरूनी गांवों में आना जाना भी लगा रहता है। इस लिहाज से उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करवाना भी जरूरी माना जा रहा था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरके बर्मन ने कहा, जिन-जिन जनप्रतिनिधियों सुरक्षा मिली थी उसका पुनः आकलन किया जाएगा उसके बाद राज्य स्तर पर सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
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