Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

ब्रेकिंग

latest

चेन्नई पहुंचीं भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें

  चेन्नई। आईसीसी क्रिकेट वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का पहला मुकाबला 8 अक्टूबर, रविवार को चेन्नई में खेला जाएगा। इसके लिए दोनों टीमें बुधव...

 

चेन्नई। आईसीसी क्रिकेट वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का पहला मुकाबला 8 अक्टूबर, रविवार को चेन्नई में खेला जाएगा। इसके लिए दोनों टीमें बुधवार को चेन्नई पहुंचीं। बता दें, विश्वकप की शुरुआत 5 अक्टूबर से हो रही है। उद्घाटन मैच में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंग्लैंड का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा। चेन्नई में पिछले कुछ हफ्तों से बारिश हो रही है। मैच के दिन भी बारिश की आशंका जताई गी है। इस बीच, तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (टीएनसीए) ने बारिश के हालात से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पिछले कुछ हफ्तों में राजधानी शहर में हुई बारिश के कारण टीएनसीए ने ऑस्ट्रेलिया से चार नए सुपर-सॉपर्स आयात किए हैं। इनसे बारिश के बाद मैदान सुखाने में मदद मिलेगी। पिछले दिनोंं चेन्नई में चक्रवाती तूफान के कारण भारी बारिश हुई थी। हालांकि तूफान अब टल गया है। मौसम विभाग ने खेल के दिन तूफान की केवल 10 प्रतिशत संभावना की भविष्यवाणी की है, लेकिन बारिश की आशंका को पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा रहा है। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच के अलावा चेन्नई चार और मैचों की मेजबानी करेगा। भारत के पहले विश्व कप मुकाबले के लिए तीन पिचें तैयार की जा रही हैं। मुकाबला किस पिच पर होगा, इसका फैसला खेल शुरू होने से 48 घंटे पहले लिया जाएगा। चेपॉक स्टेडियम का ग्राउंड स्टाफ पिचों को अंतिम रूप देने में व्यस्त है। पिछले करीब 36 वर्षों (1987-2023) में एमए चिदम्बरम स्टेडियम में कुल 23 वनडे मैच खेले गए हैं। इनमें पहली पारी का औसत स्कोर 233 है। चेन्नई की पिच गेंदबाजों के अनुकूल (मुख्य रूप से स्पिन) मानी जाती है। यहां पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने 14 मैच जीते हैं। यहां उच्चतम स्कोर 337/7 रहा है। वहीं 2011 में केन्या की टीम यहां 69 रन के स्कोर पर ढेर हो गई थी। यहां सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर 194 रन है, जो पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज सईद अनवर के नाम है। वहीं 2011 में रवि रामपॉल ने 10-0-51-5 का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन किया था। यहां रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल करने का काम 2019 में वेस्टइंडीज ने कर दिखाया था। इंडीज ने 8 विकेट और 13 गेंद शेष रहते 288 रनों के लक्ष्य का पीछा किया था। दूसरी तरफ इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2011 में 171 रन के स्कोर भी सफल बचाव किया था।

No comments