बिलासपुर । तेज रफ्तार कार के चालक ने बिलासा कन्या कालेज के सामने स्कूटी सवार युवती को टक्कर मार दी। इसके बाद कालेज के सामने खड़ी छात्राओं...
बिलासपुर । तेज रफ्तार कार के चालक ने बिलासा कन्या कालेज के सामने स्कूटी सवार युवती को टक्कर मार दी। इसके बाद कालेज के सामने खड़ी छात्राओं को चपेट में ले लिया। इसके बाद उसने कार को पाथ-वे पर चढ़ा दिया। कार के रुकते ही आसपास के लोगों ने चालक को पकड़कर पिटाई कर दी। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल छात्राओं को अस्पताल भेजा। वहीं, ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मसानगंज में रहने वाली रवीना रामटेके निजी संस्थान में काम करती है। गुरुवार की शाम वह ड्यूटी के बाद अपने घर लौट रही थी। युवती बिलासा कन्या कालेज के सामने पहुंची थी। इसी दौरान राजेंद्र नगर चौक की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार के चालक ने युवती की कार को टक्कर मार दी। हादसे के बाद हड़बड़ाए चालक ने सड़क किनारे खड़ी छात्राओं की ओर कार मोड़ दी। इससे पांच छात्राएं चपेट में आ गईं। इसके बाद ड्राइवर ने कार सड़क किनारे पाथ-वे पर चढ़ा दी। कुछ दूर जाकर कार रुक गई। कार के रुकते ही एक युवक निकलकर भाग निकला। वहीं, लोगों ने चालक विकास रावत को पकड़ लिया। लोगों की भीड़ ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। इधर हादसे की जानकारी लगते ही सिविल लाइन थाने के जवान मौके पर पहुंच गए। जवानों ने चालक को भीड़ से बचाकर थाने लाया। यहां प्राथमिक पूछताछ के बाद ड्राइवर को जांच के लिए अस्प्ताल भेज दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इधर गंभीर रूप से घायल एक छात्रा को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना स्वजन को दी गई है। ये हुई घायल कालेज के पास हुए हादसे में मेघा भगत निवासी मंदिर चौक, हेमा राठिया निवासी खरसिया रायगढ़, ओमभारती नायक निवासी रायगढ़, हेमा वर्मा निवासी चकरभाठा, निधि बेहार निवासी मुरुकापा जिला मुंगेली घायल हुई हैं। इसमें हेमा राठिया की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। अन्य छात्राओं को मामूली चोटें आई हैं। नशे में था ड्राइवर प्राथमिक पूछताछ में मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि आरोपित युवक तेज रफ्तार में कार लेकर राजेंद्र नगर चौक की ओर से आया। उसने गलत साइड में आकर युवती की स्कूटी को टक्कर मार दी। इसके बाद कार छात्राओं की ओर लेकर गया। वहीं, कुछ लोगों ने जान बूझकर टक्कर मारने की आशंका व्यक्त की है। छात्राओं से पूछताछ में घटना का कारण स्पष्ट होगा। हादसे के बाद पहुंची पुलिस ने घायल छात्राओं को तत्काल सिम्स भेज दिया। इधर दुर्घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में छात्राएं और स्वयंसेवी संगठन के लोग भी मौके पर पहुंच गए। सिम्स में छात्राओं के इलाज में देरी को देखकर छात्राओं ने हंगामा शुरू कर दिया। साथ ही छात्राओं ने स्वयं ही घायल छात्राओं की मदद शुरू की।
No comments