गाजा/यरुशलम। इजरायल पर हमास चरमपंथियों के हमले के बाद इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर जबर्दस्त हमला किया है। हम...
गाजा/यरुशलम। इजरायल पर हमास चरमपंथियों के हमले के बाद इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर जबर्दस्त हमला किया है। हमले में दोनों पक्षों के 1830 लोगों की जान जा चुकी है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गाजा पट्टी के 830 लोगों की मौत हो गयी है और 4250 लोग घायल हो गए हैं। हमास के हमले में 1000 से अधिक इजरायली नागरिकों की मौत की रिपोर्ट सामने आ रही है। इस बीच इजराइल के सरकारी स्वामित्व वाले कान टीवी समाचार ने बताया कि हमास द्वारा शनिवार को देश पर अचानक हमला किए जाने के बाद से इजराइल में कम से कम 1,008 लोग मारे गए हैं। युद्ध में दोनों पक्षों के करीब 1830 से ज्यादा लोगों की मारे जाने की रिपोर्ट प्राप्त हो रही हैं। यह युद्ध चौथे दिन में प्रवेश कर गया है, जिससे दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ है। इजराइली सेना ने कहा कि गाजा के सत्तारूढ़ गुट, हमास और लेबनान में आतंकवादियों के साथ चल रहे संघर्ष में देश की मदद के लिए गोला-बारूद ले जाने वाला पहला अमेरिकी विमान कल रात इजराइल पहुंचा। इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने एक बयान में कहा, विमान “उन्नत गोला-बारूद” लेकर इज़राइल के दक्षिणी नेगेव रेगिस्तान में नेवातिम एयरबेस पर उतरा। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने एक बयान में कहा कि यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड कैरियर स्ट्राइक ग्रुप स्थिति को बढ़ने या इस युद्ध को व्यापक बनाने की कोशिश करने वाले किसी भी हरकत को रोकने के लिए पूर्वी भूमध्य सागर में पहुंचा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अनुसार इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध में मारे गए अमेरिकी नागरिकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। श्री बाइडेन ने कल एक भाषण में यह भी कहा था कि माना जाता है कि हमास आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में अमेरिकी भी शामिल हैं। तेहरान- ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने कल इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी प्रतिरोध समूहों द्वारा किए गए हमलों में अपने देश की संलिप्तता के आरोपों को खारिज कर दिया। तेहरान में एक स्नातक समारोह में ईरानी सशस्त्र बलों के कैडेटों को संबोधित करते समय श्री खामेनई ने इजरायल के समर्थकों और कुछ इजरायली व्यक्तियों के आरोपों को ‘निरर्थक’ बताया है। शीर्ष नेता ने जोर देकर कहा कि जो कोई भी मानता है कि फिलिस्तीनी अपने दम पर हमले करने में असमर्थ हैं, वह उन्हें कम आंक रहा है। दक्षिणी अफ्रीकी देश बोत्सवाना भी इजराइल और गाजा में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में शामिल हो गया है। बयान के अनुसार इजरायली-फिलिस्तीनी संघर्ष से सैकड़ों लोगों के घायल और विस्थापित होने सहित निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है, साथ ही उनकी संपत्ति को भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। दोनों पक्षों द्वारा नागरिक आबादी पर जारी हमलों और हिंसा की निंदा करते हुए बोत्सवाना ने युद्धरत दोनों पक्षों से तुरंत शत्रुता बंद करने और शांतिपूर्ण तरीकों से बातचीत के जरिए समाधान निकालने का आह्वान किया।
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