रायपुर। जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने आए विदेशी मेहमान छत्तीसगढ़ की लोक कला, संस्कृति और परंपराओं पर मुग्ध हो गए। पंथी नृत्य से लेकर सु...
रायपुर। जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने आए विदेशी मेहमान छत्तीसगढ़ की लोक कला, संस्कृति और परंपराओं पर मुग्ध हो गए। पंथी नृत्य से लेकर सुआ, करमा और बस्तरिया नृत्य का समां ऐसा बंधा कि मेफेयर रिसार्ट में रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों से उनकी नजरें हटी नहीं, साथ ही छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्वाद विदेशी अतिथियों को भा गया। वे वाह छत्तीसगढ़ बोलने से नहीं चूके। छत्तीसगढ़ी पकवान लाल भाजी,चीला, चौसीला और जिमीकांदा की सब्जी उन्हें सबसे ज्यादा पसंद आया। सोमवार को अतिथियों को कांसे की थाली में छोटी कुर्सी में बिठाकर विशेष छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसा गया। कार्यक्रम नवा रायपुर में हैं, लेकिन राज्य सरकार के माध्यम से यहां उन्हें पूरे छत्तीसगढ़ के वैभव और संस्कृति से परिचय कराया जा रहा है। साथ ही उन्हें लोक परंपरा, छत्तीसगढ़ के इतिहास से लेकर सांस्कृतिक संपन्नता के बारे में बताया जा रहा है।
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