भोपाल। मानसून द्रोणिका मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। बंगाल की खाड़ी में ओडिशा पर बना चक्रवात आगे बढ़कर झारखंड पर आ गया है। इसके अतिर...
भोपाल। मानसून द्रोणिका मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। बंगाल की
खाड़ी में ओडिशा पर बना चक्रवात आगे बढ़कर झारखंड पर आ गया है। इसके
अतिरिक्त अलग-अलग स्थानों पर चार अन्य मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं। मौसम
विज्ञानियों के मुताबिक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलने के कारण
पूरे प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। वर्तमान में भोपाल, इंदौर,
नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, सागर संभाग के जिलों में झमाझम वर्षा हो सकती
है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी होने के आसार बने हुए हैं। उधर पिछले
24 घंटों के दौरान मलाजखंड में 90.8, नर्मदापुरम में 75.6, इंदौर 59.2,
पचमढ़ी में 56.2, भोपाल में 52.6, छिंदवाड़ा में 50,धार में 41.4, मंडला
में 39.4, नरसिंहपुर में 37, रीवा में 33.6, सिवनी में 24.4,नौगांव में
12.2,उज्जैन में 11, सीधी में 10.8, रायसेन में 9.4, उमरिया में 7.8,
जबलपुर में 7.2,दमोह में पांच, बैतूल में 4.2,खजुराहो में 3.8, खंडवा में
तीन, गुना में 2.3,सागर में 1.8, रतलाम में एक, ग्वालियर में 0.3, सतना में
0.3 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक
मानसून द्रोणिका वर्तमान में बीकानेर, जयपुर, गुना, सतना, पेंड्रा रोड
बालासोर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। झारखंड पर हवा के ऊपरी
भाग में एक प्रभावी चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर और उससे लगे गुजरात पर भी
हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर भी
एक चक्रवात मौजूद है। गुजरात के तट से लेकर केरल के तट तक एक अपतटीय
द्रोणिका बनी हुई है। इसके अतिरिक्त हिमालय के पास एक पश्चिमी विक्षोभ भी
बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने
बताया कि इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में मानसून की
गतिविधियों में तेजी आ गई है। विशेषकर भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर,
सागर संभाग के जिलों में शुक्रवार-शनिवार को झमाझम वर्षा हो सकती है।
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