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सामने आई ओडिशा ट्रेन हादसे की असली वजह

   नई दिल्ली । ओडिशा में हुए रेल हादसे को भारत के सबसे खराब हादसों में से एक बताया गया है। इस हादसे में 261 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, ब...

 

 नई दिल्ली । ओडिशा में हुए रेल हादसे को भारत के सबसे खराब हादसों में से एक बताया गया है। इस हादसे में 261 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, बड़ी संख्या में लोग घायल हो चुके हैं। रेल मंत्री समेत तमाम प्रमुख लोग घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि तीन ट्रेनों की टक्कर के चलते यह हादसा हुआ है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हादसा किसी तकनीकी खराबी के चलते हुए या फिर इंसानी गलती के कारण। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि मामले की जांच हाई लेवल कमेटी करेगी। इसके अलावा रेल सेफ्टी कमिश्नर एक इंडिपेंडेंट इंक्वॉयरी करेंगे। हालांकि एक रिटायर्ड रेलवे अधिकारी ने हादसे के पीछे टेक्निकल ग्लिच और सिग्नलिंग में इश्यू की आशंका जताई है। ओडिशा रेल हादसे की शुरुआती रिपोर्ट में मानव गलती की बात सामने आ रही है। यह रिपोर्ट रेलवे के सिग्नलिंग कंट्रोल रूम से आई है। इसके मुताबिक हादसे से ऐन पहले ट्रेन गलत ट्रैक पर चली गई थी। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के सिग्नलिंग कंट्रोल रूम से जारी वीडियो में दिखाया गया है कि चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस ने मुख्य लाइन के बजाय बाहानगर बाजार स्टेशन के पास एक लूप लाइन ली, जहां एक मालगाड़ी खड़ी थी। वीडियो में दो मुख्य लाइनों और दो लूप लाइनों सहित चार रेलवे ट्रैक दिखाई दे रहे हैं। लूप लाइंस का निर्माण स्टेशन क्षेत्र में किया जाता है। बाहानगर बाजार स्टेशन के मामले में बात करें तो अधिक ट्रेनों के बेहतर संचालन के लिए गया है। पूरी लंबाई वाली मालगाड़ी को समायोजित करने के लिए लूप लाइनें आम तौर पर 750 मीटर लंबी होती हैं। लेकिन भारतीय रेलवे लंबी लूप लाइनों के निर्माण को प्रोत्साहित कर रहा है। रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि करीब 127 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरा गई और मुख्य लाइन पर पटरी से उतर गई। कुछ ही मिनटों में विपरीत दिशा से आ रही हावड़ा जा रही यशवंतनगर एक्सप्रेस पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गई। इस बीच ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन के रिटायर्ड रेल अधिकारी ने आशंका जताई है कि हादसे के पीछे तकनीकी खराबी और सिग्नल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर कम से कम 261 हो गई। इस हादसे में सैकड़ों यात्री घायल भी हुए हैं।

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