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राजधानी में नूडल्स कंपनी के डायरेक्टर की फोटो वाट्सएप में लगाकर मैनेजर से लाखों की ठगी

 रायपुर। राजधानी में नूडल्स कंपनी के डायरेक्टर की फोटो वाट्सएप में लगाकर मैनेजर से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। गिफ्ट कार्ड भेजने के ...

 रायपुर। राजधानी में नूडल्स कंपनी के डायरेक्टर की फोटो वाट्सएप में लगाकर मैनेजर से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। गिफ्ट कार्ड भेजने के नाम पर ठगी की वारदात की गई। अज्ञात ठग ने चार लाख 60 हजार रुपये ठग लिए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार दिल्ली में बैठने वाले डायरेक्टर की फोटो लगाकर ठग ने वाट्सएप पर मैसेज किया। उसमें गिफ्ट कार्ड का लिंक भेजा। उसे खरीदने के निर्देश दिए गए। वाट्सएप डीपी में डायरेक्टर की फोटो और नाम देखकर मैनेजर ने आनलाइन पैसे जमा कर दिए। उसके बाद फिर मैनेजर को मैसेज आया तो उसे शक हुआ। उन्होंने फोन कर डायरेक्टर से बात की तब ठगी के बारे में पता चला। सिविल लाइन थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राजातालाब निवासी खालिद अहमद नूडल्स कंपनी में मैनेजर हैं। उनकी पोस्टिंग दिल्ली में है, लेकिन वह वर्क फ्राम होम की वजह से यहीं से काम कर रहे। मैनेजर के पास एक अप्रैल को कंपनी के डायरेक्टर विकास हजराति के नाम से मैसेज आया। उसमें डायरेक्टर की फोटो लगी थी। नंबर नया था। मैनेजर ने ज्यादा कुछ नहीं पूछा। मैसेज में कहा कि उन्हें एक कंपनी का गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए कहा गया। मैसेज में डायरेक्टर की ओर से कहा गया कि उन्हें किसी को गिफ्ट करना था। मैसेज देखकर खालिद ने 4 लाख 60 हजार रुपये जमा रि दिए। कुछ दिन बाद फिर मैसेज आया तो खालिद को शक हुआ। फोन कर कंपनी के डायरेक्टर को इसकी जानकारी दी। तक डायरेक्टर ने कहा कि यह नंबर उनका नहीं और उन्होंने कोई पैसे की मांग नहीं की है। ठगों ने मंत्री और अधिकारियों के नाम से ठगी का प्रयास किया है। जिसमें आइएएस और आइपीएस अधिकारियों ने ठगी की शिकायत की थी। इतना ही नहीं एक बड़ी कंपनी के मैनेजर से गिफ्ट कार्ड भेजने के नाम पर पांच लाख की ठगी की गई थी। इसमें दो आरोपितों को गिरफ्तार किया था। आरोपित बड़ी-बड़ी कंपनियों के डायरेक्टरों की फोटो इंटरनेट से निकालते हैं। वेबसाइट के जरिए पूरी डिटेल जुटाते हैं। उसमें नंबर भी होता है। यहां तक की मैनेजर का नंबर रहा है। ऐसे में ठग आसानी से मैनेजर को अपने जाल में फंसाते हैं। मैनेजर डायरेक्टर की बात नहीं काटते और ठग के कहे अनुसार पैसे पेमेंट कर देते हैं।

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