इंदौर । इंदौर के परदेशीपुरा थाने की महिला हेड कांस्टेबल के जज्बे की तभी तरफ तारीफ हो रही है। दरअसल, रानी लक्ष्मीबाई ने जिस तरह अपने बेटे क...
इंदौर । इंदौर के परदेशीपुरा थाने की महिला हेड कांस्टेबल के जज्बे की तभी तरफ तारीफ हो रही है। दरअसल, रानी लक्ष्मीबाई ने जिस तरह अपने बेटे को पीठ पर बांधकर अंग्रेजों से युद्ध किया, उसी तरह का जज्बा इस हेड कांस्टेबल ने दिखाया। वह अपनी बीमार बेटी को साथ लेकर एक किडनैपर को पकड़ने के लिए इंदौर से सूरत पहुंच गई। अपनी टीम के साथ वह किडनैपर को पकड़कर इंदौर ले आई। इंदौर के परदेशीपुरा थाने की पुलिस ने उस बदमाश को गिरफ्तार कर लिया, जो किशोरी को सरेराह अगवा कर ले गया था। आरोपित किशोरी को अगवा कर सूरत में छुपा था। गिरफ्तारी के लिए डीसीपी जोन-2 अभिषेक आनंद ने तकनीकी रूप से दक्ष पुलिसकर्मियों की टीम बनाई थी। प्रधान आरक्षक रेखा कनासिया अपनी बीमार बच्ची को लेकर आरोपित को ढूंढने गई थी। एसीपी( परदेशीपुरा) भूपिंद्र सिंह के मुताबिक, 26 मई को पाटनीपुरा क्षेत्र से किशोरी का अपहरण हुआ था। बदमाश ने किशोरी के साथ मारपीट की और बाइक पर बैठाकर ले गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित ऋतिक उर्फ नेपाली को चिह्नित किया। डीसीपी ने प्रधान आरक्षक भरत बड़े, रेखा कनासिया, आरक्षक भोला यादव, रोशन यादव की टीम बनाई। रेखा की छोटी बच्ची है और वह बीमार है। भरत तकनीकी रूप से दक्ष है। टीम ने आरोपित की जानकारी निकाली और सूरत में छापा मारा। पुलिस ने आरोपित को पकड़ा तो स्वजन ने आग लगा कर मरने की धमकी दी। स्थानीय पुलिस की मदद से सभी को कब्जे में किया और आरोपित ऋतिक को पकड़ लिया।
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