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*कोण्डागांव जिले में इस वर्ष हुई रिकार्ड 2 लाख 16 हजार 117 मेट्रिक टन धान की खरीदी, शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य एक लाख 72 हजार 130 मेट्रिक टन के विरूद्ध करीब 25 प्रतिशत अधिक है*

रायपुर। राज्य शासन की किसानों को कृषि उपज की वाजिब दाम सुलभ कराने की किसान हितैषी नीति के फलस्वरूप जिले में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय करने ...



रायपुर। राज्य शासन की किसानों को कृषि उपज की वाजिब दाम सुलभ कराने की किसान हितैषी नीति के फलस्वरूप जिले में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय करने वाले कृषकों में ईजाफा होने के साथ ही धान खरीदी मात्रा में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यही वजह है कि इस वर्ष कोण्डागांव जिले में 40 हजार 550 किसानों से रिकार्ड 2 लाख 16 हजार 117 मेट्रिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गयी है। जो शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य एक लाख 72 हजार 130 मेट्रिक टन के विरूद्ध करीब 25 प्रतिशत अधिक है। वहीं यह विगत खरीफ विपणन वर्ष की धान खरीदी से करीब 41 प्रतिशत ज्यादा है। इसके साथ ही जिले में गत वर्ष की अपेक्षा इस साल लगभग 6 हजार अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान का विक्रय किया है। 


कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिले के अंतर्गत खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के तहत समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की दिशा में 47 लैम्पस समितियों के 61 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 1 नवम्बर 2022 से 31 जनवरी 2023 तक धान की खरीदी की गयी। जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए किसानों के पंजीयन पर भी ध्यान केन्द्रीत कर दूरस्थ ईलाके के किसानों सहित वनाधिकार पट्टेधारक कृषकों के पंजीयन पर फोकस किया गया। जिससे धुर नक्सली प्रभावित दूरस्थ कुधूर, तुमड़ीवाल ईलाके के किसानों का भी पंजीयन कर उनके धान का परिवहन हेतु आवश्यक सहायता सुलभ कराया गया। जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों को टोकन की सुगम उपलब्धता, पर्याप्त बारदाना की सुलभता सहित समय पर किसानों के धान की तौल, पेयजल की सुलभता ईत्यादि समुचित व्यवस्था सुनिश्चित किया गया। इसके साथ ही राजस्व, पुलिस, खाद्य एवं सहकारिता विभागों के अधिकारियों की टीम द्वारा धान खरीदी की निरंतर माॅनिटरिंग सुनिश्चित की गयी। जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों से अवैध धान की आवक रोकने सहित धान खरीदी केन्द्रों पर जिले के पंजीकृत किसानों को धान विक्रय करने में आसानी हुई। उक्त सभी समन्वित प्रयासों के फलस्वरूप समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के अंतिम दिवस 31 जनवरी 2023 तक जिले में पंजीकृत कुल 47 हजार 507 किसानों में 40 हजार 550 किसानों से 2 लाख 16 हजार 117 मेट्रीक टन धान का उपार्जन किया गया। ज्ञातव्य है कि जिले में समर्थन मूल्य पर धान विक्रय करने वाले किसानों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसके तहत विगत वर्ष 34 हजार 753 किसानों से एक लाख 53 हजार 346 मेट्रीक टन धान की खरीदी की गयी थी। वहीं वर्ष 2020-21 में 33 हजार 475 किसानों से एक लाख 43 हजार 468 मेट्रीक टन धान का उपार्जन किया गया था। इसके पूर्व वर्ष 2019-20 में 28 हजार 59 किसानों से एक लाख 14 हजार 677 मेट्रीक टन धान की खरीदी की गयी थी। 



जिले के अंतर्गत धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु समुचित व्यवस्था करने के फलस्वरूप अंतिम दिवस तक धान विक्रय के लिए आये सभी किसानों का धान उपार्जन सुनिश्चित किया गया। जिससे जिले के सभी किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु बेहतर व्यवस्था करने के लिए शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया। इस बारे में बड़ेकनेरा के किसान लोकमन दीवान बताते हैं कि इस वर्ष धान खरीदी केन्द्र में टोकन, बारदाना की सुलभता सहित धान की तौल सभी व्यवस्था दुरूस्त थी, जिससे किसानों को धान विक्रय करने में सहूलियत हुई। वहीं लंजोड़ा धान खरीदी केन्द्र में अंतिम दिवस 31 जनवरी को 80 क्विंटल धान बेचने वाले किसान घसियाराम सहित 30 क्विंटल धान विक्रय करने वाले कृषक अर्जुन तथा 80 क्विंटल धान बेचने वाले किसान उत्तम कुमार ने कहा कि इस साल धान खरीदी करने हेतु आखिरी दिन तक राज्य सरकार की बेहतर व्यवस्था के फलस्वरूप सभी किसानों को धान बेचने का अवसर मिला। जिससे समर्थन मूल्य से लाभान्वित होने के साथ ही उन्हे राजीव गांधी किसान न्याय योजना की सहायता भी मिलेगी।

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