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*कोंडागांव की जिला स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक संपन्न, सभी के सहयोग एवं विजन से पर्यटन को देंगे बढ़ावा ; कलेक्टर दीपक सोनी*

  रायपुर। कलेक्टर दीपक सोनी की अध्यक्षता में गत दिवस आयोजित जिला स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक के दौरान के जिले के पर्यटन स्थलों के विकास सहित...

 



रायपुर। कलेक्टर दीपक सोनी की अध्यक्षता में गत दिवस आयोजित जिला स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक के दौरान के जिले के पर्यटन स्थलों के विकास सहित स्थानीय लोगों को पर्यटन के जरिये रोजगार से जोड़ने पर बल दिया गया। इस बैठक में कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि जिले में पर्यटन की असीम संभावनाओं के मद्देनजर रणनीति अपनाकर पर्यटन स्थलों को बेहतर ढंग से विकसित करने के लिए ध्यान केन्द्रीत किये जायेंगे। इस दिशा में सभी के सहयोग एवं विजन से जिले में पर्यटन को बढ़ावा दिया जायेगा। जिससे अधिकाधिक पर्यटक यहां आयें और स्थानीय लोगों को रोजगार सुलभ हो सके। उन्होने जगदलपुर और दंतेवाड़ा के पर्यटन स्थलों पर जाने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने पर जोर देते हुए कहा कि वहां की अपेक्षा यहां पर जो अलग चीजें एवं स्थल उपलब्ध हैं उस पर फोकस करें। ऐसे यूनिक चीजों एवं स्थलों का ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाये। कलेक्टर श्री सोनी ने जिले के पर्यटन मानचित्र एवं हस्तशिल्प ईत्यादि का होर्डिंग्स, ब्रोसर-पेम्पलेट के माध्यम से रायपुर और जगदलपुर एयरपोर्ट तथा रेल्वे स्टेशन में किये जाने हेतु छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा पहल करने कहा। इसके साथ ही जिले के प्रवेश द्वार खालेमुरवेंड एवं जगदलपुर रोड में घोड़ागांव सहित सर्किट हाऊस कोण्डागांव के समीप पर्यटन स्थ्लों से सम्बन्धित होर्डिंग्स और स्वागत द्वार लगाये जाने कहा। उन्होने कांकेर के माकड़ी होटल सहित स्थानीय होटल एवं रेस्टोरेंट में पर्यटन स्थलों की जानकारी संबन्धी ब्रोसर-पेम्पलेट की सुलभता सुनिश्चित करने कहा। वहीं केशकाल टाटामारी तथा जोहार एथनिक रिसोर्ट कोण्डागांव में पर्यटन सूचना केन्द्र विकसित करने के निर्देश दिये। 


पर्यटन स्थलों का चरणबद्ध विकास हेतु तैयार होगा मास्टर प्लान


गौरतलब है कि,कलेक्टर सोनी जिले के पर्यटन स्थलों के चरणबद्ध विकास के लिए डीएफओ केशकाल तथा डीएफओ कोण्डागांव की अध्यक्षता में दो उप समिति गठित कर प्रथम चरण में सम्बन्धित क्षेत्र के तीन-तीन प्रमुख पर्यटन स्थलों के समुचित विकास हेतु मास्टर प्लान तैयार किये जाने के निर्देश दिये। जिसमें अद्योसंरचना, मानव संसाधन तथा स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने सहित अन्य पर्यटन सुविधाओं को शामिल करने कहा। बैठक में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त जिम्मेदारी निभाने पर जोर देते हुए कहा कि पर्यटन स्थ्लों के विकास सहित पर्यटकों की आवाजाही से स्थानीय लोगों को जुड़ने का अवसर मिलता है। जिससे रोजगार के अवसर के साथ ही विचारों के आदान-प्रदान से बदलाव आता है। जिले के कुएमारी-होनहेड़ ईलाके में अब शांति और अमन-चैन इसी के फलस्वरूप स्थापित हुआ है। इसे ध्यान रखते हुए पर्यटन स्थलों के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने में स्थानीय लोगों की व्यापक सहभागिता जरूरी है। जिससे अधिकाधिक पर्यटकों को जिले में आकर्षित कर सकें। बैठक में डीएफओ केशकाल एन गुरूनाथन एवं डीएफओ कोण्डागांव आरके जांगड़े सहित जिला स्तरीय पर्यटन समिति के सदस्यों ने भी अपने अमूल्य सुझाव दिये। इसके साथ ही पर्यटन स्थलों और हस्तशिल्प एवं स्थानीय व्यंजनों आदि के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने पर बल दिया। वहीं सभी की सहमति से आगामी बैठक चयनित पर्यटन स्थल पर आयोजित करने का निर्णय लिया गया। जिससे सम्बन्धित पर्यटन स्थल के अवलोकन सहित समुचित विकास हेतु समन्वित पहल किया जा सके। बैठक के दौरान पॉवर पाईंट प्रस्तुति के जरिये जिले के पर्यटन स्थलों केशकाल घाट, टाटामारी, कटुलकसा जलप्रपात, कोड़कल जलप्रपात, मांझिनगढ़, गोबरहीन, जटायु शिला, भंगाराम मंदिर, भोंगापाल मंदिर, लिंगोदरहा जलप्रपात, उपरबेदी जलप्रपात, मुत्तेखड़का जलप्रपात, कोपाबेड़ा शिव मंदिर, बड़ेडोंगर माँ दन्तेश्वरी मंदिर ईत्यादि सहित इन पर्यटन स्थलों के समुचित विकास हेतु आवश्यक अद्योसंरचना, पर्यटक सुविधाओं के विकास संबन्धी आवश्यकतओं के बारे में अवगत कराया गया। बैठक के दौरान डिप्टी कलेक्टर अंकित चौहान, छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के प्रतिनिधी सहित जिला स्तरीय पर्यटन समिति के सदस्यगण मौजूद थे।

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