रायपुर। केन्द्रिय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करने के पश्चात, ही छत्तीसगढ़ की राजनीति में छत्तीसगढ़ के रा...
रायपुर। केन्द्रिय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करने के पश्चात, ही छत्तीसगढ़ की राजनीति में छत्तीसगढ़ के राजनेताओं द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है ।
केंद्रीय बजट पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा : केंद्रीय बजट की मूल भावना आत्म निर्भर भारत बनाने का है। कोविड के बाद के बजट में समावेषी विकास की झलक, बजट में नया टैक्स नही लाना सराहनीय, बजट में किसान,स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सुरक्षा का ख्याल रखा गया है। समावेशी विकास का बजट है, बजट में 34.5 प्रतिशत वृद्धि पूंजीगत व्यय में खर्च का प्रावधान होने से अर्थव्यस्था को मजबूत करता है। रोजगार के नए अवसर बनेंगे , विदेशी निवेश बढेगा, पेयजल के लिये 2,87,000 का प्रावधान रखा गया है। स्वस्थ्य सेवा का बजट तीन गुना बढ़ाकर 2.86 लाख करोड़ का किया गया। कोविड़ वैक्सीन के लिये 35,000 करोड़ का प्रावधान, आत्म निर्भर के लिए 65,000 करोड़ का प्रावधान है।
केंद्रीय बजट पर छ. ग. कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने निराशाजनक बताया :
केंद्रीय बजट पर छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ता कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा, कोविड से परेशान जनता को बजट से बहुत ज्यादा उम्मीद थी। लोगों को किसी न किसी बड़े पैकेज की उम्मीद थी। ये बजट आंकड़ो का मायाजाल लोगो को भ्रमित करने वाला है, निराशाजनक बजट है।
20 लाख करोड़ के क्रियान्वयन पर बजट में बात नही हुई।बजट में छत्तीसगढ़ के नाम का जिक्र नही। चुनावी राज्य वालों को कई सेक्टर में बजट में प्रावधान है।
कृषि को उम्मीद थी किसानों के आर्थिक सहायता के लिये मौन है। शिक्षा के क्षेत्र 100 सैनिक स्कूल खोलने की बात लेकिन कहां खुलेंगे पता नही।
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