दिल्ली। फ्रीलांस जर्नलिस्ट मनदीप पूनिया को आज दिल्ली के एक कोर्ट में पेश किया गया। जहां पूनिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया ग...
दिल्ली। फ्रीलांस जर्नलिस्ट मनदीप पूनिया को आज दिल्ली के एक कोर्ट में पेश किया गया। जहां पूनिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। आपको बता दे, मनदीप पूनिया को दिल्ली पुलिस ने 30 जनवरी की शाम सिंघु बॉर्डर से हिरासत में लिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पूनिया पर ऑन ड्यूटी स्टेशन हाउस ऑफिसर से दुर्व्यवहार करने का आरोप है जिसके तहत पूनिया पर आईपीसी की धारा 186, 332, 353 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पत्रकार की रिहाई की मांग लेकर कई पत्रकार दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर्स के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दे, "दा केरवा" मैगजीन के साथ बतौर फ्रीलांसर(स्वतंत्र रूप से) काम कर रहे मनदीप पूनिया सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन कवर कर रहे थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो बैरिकेड्स के पास से निकल रहे थे, जब कुछ पुलिसवालों ने उन्हें पकड़ा। सोशल मीडिया पर इसे लेकर एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है.
द इंडियन एक्सप्रेस ने एक वरिष्ट पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया कि, “पूनिया प्रदर्शनकारियों के साथ खड़े थे और उनके पास प्रेस आईडी कार्ड नहीं था। वो बैरिकेड्स के बीच में से निकल रहे थे, जो इलाके की सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं. पुलिसकर्मियों और उनके बीच एक विवाद शुरू हो गया।उन्होंने दुर्व्यवहार किया। तब उन्हें हिरासत में लिया गया.”
मनदीप पुनिया के गिरफ्तार होते ही राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोला और कहा की कई पत्रकारों और नेताओं ने मनदीप पूनिया की रिहाई की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर लिखा , “जो सच से डरते हैं, वे सच्चे पत्रकारों को गिरफ्तार करते हैं”।
किसान नेता योगेंद्र यादव ने लिखा, “ये सही नहीं है. मैं मनदीप को एक पेशेवार पत्रकार के तौर पर जानता हूं। किसी को बिना किसी कारण ऐसे पकड़ना, स्वतंत्र मीडिया के लिए एक और खतरा है। मनदीप पूनिया को तुरंत रिहा कीजिए.”
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